नैनो यूरिया
नैनो यूरिया भारत सरकार द्वारा प्र्माणित एक मात्र तरल यूरिया उत्पाद है। इसका पेटन्ट इफको कंपनी के नाम पर है। नैनो यूरिया तरल की एक बोतल बाजार मे मिल रहे एक बैग यूरिया के बराबर है। नैनो यूरिया तरल को भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र, कृषि विकास केन्द्रों, शोध संस्थानों, कृषि विश्वविद्यालयों एवं प्रगतिशील किसानों के सहयोग से 11000 विभिन्न स्थानो पर 90 से ज्यादा फसलों पर सफल प्रयोग करने के बाद ही बाजार मे उतारा गया है।
जब पत्तियों पर नैनो यूरिया तरल खाद का छिड़काव किया जाता है तो जब पत्तियों पर छिड़काव किया जाता है, तो नैनो यूरिया आसानी से रंध्रों और अन्य छिद्रों के माध्यम से प्रवेश कर जाता है और पौधों की कोशिकाओं द्वारा आत्मसात कर लिया जाता है। यह फ्लोएम के माध्यम से स्रोत से पौधे के अंदर उसकी आवश्यकता के अनुसार आसानी से वितरित हो जाता है। अप्रयुक्त नाइट्रोजन को पौधे के रिक्तिका में संग्रहित किया जाता है और पौधे की उचित वृद्धि और विकास के लिए धीरे-धीरे छोड़ा जाता है।इफको की ये तकनीक किसानों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है। आत्मनिर्भर भारत की दिशा मे भी यह तकनीक एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।
नैनो यूरिया तरल के प्रमुख फायदे
अधिक फसल उत्पादन
बहुत ही सूक्ष्म आकार और अधिक सतही आयतन होने की वजय से इफको नैनो यूरिया पौधों को अधिक मात्रा मे उपलब्ध होता है
पत्तियों में क्लोरोफिल और प्रकाश संश्लेषण में वृद्धि और जड़ बायोमास में वृद्धि और शाखाओं आदि की संख्या में वृद्धि के कारण उच्च गुणवत्ता वाली फसल पैदावार देखी जाती है।
2019-20 के दौरान पूरे भारत में 11,000 खेतों पर किए गए परीक्षणों के अनुसार औसत उपज में 8% तक की वृद्धि दर्ज की गई है
पर्यावरण के अनुकूल
इफको नैनो यूरिया के अनुप्रयोग से कृषि स्थिरता और पर्यावरण सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। इफको नैनो यूरिया का उत्पादन ऊर्जा और संसाधन के अनुकूल है
यह यूरिया के अतिरिक्त उपयोग और संबंधित वाष्पीकरण के साथ-साथ लीचिंग और हवा मे कम उड़ता है जिसका सीधा मतलब है कि इफको नैनो यूरिया व्यर्थ नही जाता और परे का पूरा लाभ पौधे को प्राप्त होता है जिससे उसकी बढ़वार ज्यादा होती है।
संग्रह करने एवं लाने ले जाने मे आसान
साधारण यूरिया जो की 45 या 50 किलोग्राम की अपेक्षा इफको नैनो यूरिया तरल केवल 500 एमएल की मात्रा मे उपलब्ध है। यानि कि जितना वजन एक एकड़ के यूरिया बैग मे होता है इतने वजन मे हम 25 से 30 एकड़ के लिए इफको नैनो यूरिया ले जा सकते हैं।
किसान भाई अपनी मोटर साइकल के बैग मे ही लगभग 10 एकड़ का इफको नैनो यूरिया ले जा सकता है।
किसान की आय मे वृद्धि
इफको नैनो यूरिया किसानों की आय मे वृद्धि का कारण बन सकता है क्योंकि इससे लागत मे कमी आएगी साथ ही साथ फसल की गुणवत्ता मे भी वृद्धि होगी। जिससे किसान को उपज का मूल्य भी अधिक मिलता है।
गुणवत्ता युक्त अनाज
वैज्ञानिकों के अनुसार इफको नैनो यूरिया द्वारा उत्पादित अनाज खाने के लिए बिलकुल सुरक्षित है। प्रोटीन और पोषण के दृष्टिकोण से भी इफको नैनो यूरिया अधिक फाइयदेमंद है।
रसायनिक खाद के प्रयोग मे कमी
इफको नैनो यूरिया के प्रयोग से हमारी धरती रसायनों से होने वाले दुष्प्रभाव से भी बच जाएगी। इफको नैनो यूरिया पारंपरिक यूरिया का एक गैर रसायनिक विकल्प साबित होगा।
निष्कर्ष
इफको नैनो यूरिया हरित क्रांति के बाद कृषि क्षेत्र मे एक बहुत बड़ी सफलता सिद्ध होगा। किसान भाइयों को शुरू मे ज्यादा नहीं तो कम से कम अपने खाने के लिए बोई जाने वाली फसलों मे इसका प्रयोग करके देखना चाहिए परिणाम अच्छे आने पर सभी फसलों मे इफको नैनो यूरिया का प्रयोग करना चाहिए।